लखनऊ (Thu, 23 Oct 2025) – उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद की हालिया ई-नीलामी ने एक बार फिर निवेशकों के भरोसे को मजबूत किया है। परिषद ने बीते सात महीनों में कुल 2500 करोड़ रुपये की संपत्तियां बेचकर रिकॉर्ड कायम किया है।
केवल 18 अक्तूबर को हुई नीलामी में ही करीब 850 करोड़ रुपये की संपत्तियां विभिन्न शहरों में खरीदारों के नाम की गईं। इनमें लखनऊ, मेरठ, आगरा, बरेली, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, मुरादाबाद, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, सहारनपुर और गाजियाबाद जैसे प्रमुख शहर शामिल रहे।
🌆 विकास की नई दिशा: आईटी सिटी हब की ओर कदम
आवास आयुक्त बलकार सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार के 2029-30 तक एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए परिषद ने अपनी योजनाओं में “Ease of Doing Business” और बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए माहौल पहले से कहीं अधिक अनुकूल हुआ है। निवेशक यहां अवसरों को लेकर उत्साहित हैं।”
लखनऊ को तकनीकी विकास का नया केंद्र बनाने की दिशा में भी बड़ा कदम उठाया गया है। वृंदावन योजना सेक्टर-15 में 10,861 वर्गमीटर से लेकर 84,940.64 वर्गमीटर तक के विशाल भूखंड विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें भविष्य की IT City Hub परियोजनाएं स्थापित होंगी।
💬 निवेशकों का भरोसा और नई संभावनाएं
नीलामी में देशभर के निवेशकों की सक्रिय भागीदारी यह संकेत देती है कि उत्तर प्रदेश अब रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास का उभरता हुआ गढ़ बन चुका है।
परिषद की पारदर्शी ई-नीलामी प्रक्रिया और शहरों में बढ़ती औद्योगिक गतिविधियां निवेशकों को दीर्घकालिक स्थिरता और बेहतर रिटर्न का भरोसा दे रही हैं।
📈 आगे की दिशा
विशेषज्ञों का मानना है कि इस गति से आगे बढ़ते हुए UP Housing Development जल्द ही राज्य की अर्थव्यवस्था में अहम योगदानकर्ता के रूप में स्थापित हो जाएगा। आने वाले वर्षों में नए सेक्टरों और योजनाओं के जरिये लखनऊ समेत अन्य शहरों में निवेश के और अवसर खुलने की उम्मीद है।









