गाजियाबाद, 26 अक्टूबर 2025: रविवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में स्थित यशोदा मेडिसिटी हॉस्पिटल को देश की जनता को समर्पित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा — “चिकित्सा सेवा केवल एक पेशा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का सर्वोच्च माध्यम है। अस्पतालों को यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि कोई भी व्यक्ति उपचार के अभाव में न रहे।”
इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अस्पताल परिसर का किया निरीक्षण
मुख्य मंच पर पहुंचने से पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने अस्पताल परिसर का दौरा किया। उन्होंने अत्याधुनिक Healthcare System को करीब से देखा, जिसमें रोबोटिक सर्जरी, हार्ट सेंटर और क्रिटिकल केयर यूनिट जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
अस्पताल के प्रबंधन ने उन्हें विस्तार से कार्यप्रणाली और आगामी विस्तार योजनाओं की जानकारी दी। राष्ट्रपति ने अस्पताल कर्मियों के साथ संवाद किया और समूह फोटो भी खिंचवाया।
उन्होंने कहा कि भारत का Healthcare System तभी सशक्त होगा जब हर चिकित्सक सेवा भाव से कार्य करेगा और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। “समर्पण और संवेदनशीलता स्वास्थ्य क्षेत्र की सच्ची पहचान हैं,” राष्ट्रपति ने जोड़ा।
रक्षा मंत्री बोले – “हर बड़ी यात्रा एक व्यक्तिगत पीड़ा से शुरू होती है”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यशोदा समूह के संस्थापक पी.एन. अरोड़ा की सराहना करते हुए कहा, “अपनी मां की बीमारी के दौरान जो दर्द उन्होंने महसूस किया, वही उन्हें स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में योगदान की प्रेरणा बना।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की आयुष्मान भारत योजना ने गरीब परिवारों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच आसान बना दी है। अब तक 10 करोड़ से अधिक लोग इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
राजनाथ सिंह ने बताया कि देश में अब 800 मेडिकल कॉलेज हैं और मेडिकल सीटों की संख्या 20 हजार से अधिक हो चुकी है — जो भारत के Healthcare System के विस्तार का प्रतीक है।
सीएम योगी ने कहा – यशोदा मेडिसिटी बना ‘इन्वेस्ट यूपी’ की मिसाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू का जीवन संघर्ष और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि यशोदा मेडिसिटी से 5,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है और यह परियोजना राज्य में स्वास्थ्य निवेश की एक मिसाल बन चुकी है।
सीएम ने यह भी कहा कि पिछले 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश में 42 नए मेडिकल कॉलेज और दो एम्स संस्थान स्थापित हुए हैं, जिससे 25 करोड़ से अधिक लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं मिल रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय मानकों पर सजा यशोदा मेडिसिटी हॉस्पिटल
12 सौ बेड क्षमता वाले इस अस्पताल ने पहले चरण में 600 बेड के साथ संचालन शुरू किया है।
यहां Robotic Surgery, Cardiac Care, Critical Care Unit और Centers of Excellence जैसी अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं मौजूद हैं।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, आने वाले समय में यहां देश-विदेश के नामी विशेषज्ञ डॉक्टर अपनी सेवाएं देंगे।
निष्कर्ष
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह संदेश भारत के Healthcare System के लिए प्रेरणास्रोत है —
“इलाज अमीर-गरीब का भेद न देखे, सेवा हर इंसान तक पहुंचे।”
गाजियाबाद की यशोदा मेडिसिटी ने इस दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ाया है।









