लखनऊ (Tue, 21 Oct 2025) — दीपावली की रात सिर्फ दीयों की रौशनी से नहीं, बल्कि बिजली के नए रिकॉर्ड से भी जगमगा उठी। उत्तर प्रदेश ने इस बार पूरे देश में सबसे अधिक बिजली खपत (1490 लाख यूनिट) दर्ज कर इतिहास रच दिया। हरियाणा, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे पारंपरिक रूप से अधिक खपत वाले राज्य भी पीछे रह गए।
राज्य के ऊर्जा विभाग के अनुसार, अक्तूबर के पहले सप्ताह में ही यूपी ने यह नया कीर्तिमान बनाया, जबकि पिछले वर्ष दिवाली पर अधिकतम मांग लगभग 23,000 मेगावाट तक पहुंची थी। इस बार त्योहारी सीजन में, विशेषकर दीपोत्सव के दिन, मांग का स्तर लगातार 21,000 मेगावाट के आसपास बना रहा। मौसम में हल्की नरमी के बावजूद अनुमान है कि छठ पर्व तक बिजली की मांग 20,000 मेगावाट से ऊपर बनी रहेगी।
⚡ देशभर में ‘Power Demand’ में यूपी अव्वल
राष्ट्रीय लोड डिस्पैच केंद्र (NRLDC) के आंकड़ों के मुताबिक, 24 घंटे के भीतर देश में सबसे अधिक बिजली खपत करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश रहा।
आंकड़े कुछ यूं हैं—
- यूपी: 1490 लाख यूनिट
- हरियाणा: 1390 लाख यूनिट
- पंजाब: 880 लाख यूनिट
- दिल्ली: 830 लाख यूनिट
- राजस्थान: 560 लाख यूनिट
इस उपलब्धि के साथ यूपी ने न केवल अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ा बल्कि देश की औद्योगिक बिजली मांग में भी नई पहचान बनाई
🔋 पूरी क्षमता से चल रहीं सोनभद्र की बिजली इकाइयां
दीपोत्सव के अवसर पर मांग में तेजी देखते हुए सोनभद्र जिले की सभी बिजली परियोजनाओं को उत्पादन पर ले लिया गया है।
जल विद्युत निगम और राज्य विद्युत उत्पादन निगम की इकाइयों से लगातार फुल कैपेसिटी पर आपूर्ति हो रही है।
मुख्य उत्पादन इस प्रकार दर्ज किया गया —
- अनपरा ए (1630 मेगावाट) : उत्पादन 1364 मेगावाट
- अनपरा बी (1000 मेगावाट) : उत्पादन 900 मेगावाट
- अनपरा डी (1000 मेगावाट) : उत्पादन 931 मेगावाट
- ओबरा सी (1320 मेगावाट) : उत्पादन 1200 मेगावाट
- ओबरा बी (1000 मेगावाट) : उत्पादन 522 मेगावाट
- लैंको (1200 मेगावाट, निजी क्षेत्र) : उत्पादन 722 मेगावाट
- एनटीपीसी रिहंद (3000 मेगावाट) : उत्पादन 2978 मेगावाट
- सिंगरौली सुपर थर्मल (2000 मेगावाट) : उत्पादन 1978 मेगावाट
राज्य के ऊर्जा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “उत्पादन इकाइयों की लगातार निगरानी की जा रही है ताकि मांग में किसी तरह की रुकावट न आए। त्योहारों में बिजली कटौती शून्य रखने का लक्ष्य रखा गया है।”
⚙️ पारेषण लाइनों पर रिकॉर्ड लोड, बिजली कर्मियों की सतर्क ड्यूटी
दीपावली की रात अचानक बढ़ी खपत के चलते पारेषण (Transmission) लाइनों पर भी असामान्य दबाव देखने को मिला।
रिपोर्ट के अनुसार —
- उन्नाव लाइन (765 केवी) : 777 केवी लोड
- लखनऊ लाइन (765 केवी) : 792 केवी
- बलिया लाइन : 778 केवी
- बरेली लाइन : 787 केवी
- मेरठ लाइन : 795 केवी
- रिहंद की दो लाइनें (400 केवी) : 401 और 405 केवी
- गोरखपुर लाइन : 408 केवी
इन सबके बावजूद ग्रिड स्थिर रहा और आपूर्ति निर्बाध बनी रही। ऊर्जा विभाग ने आपात स्थिति में संपर्क के लिए हेल्पलाइन नंबर 8960697062 जारी किया है।
💡 उपलब्धि जो बताती है ‘New Powering Uttar Pradesh’ की कहानी
दीपावली पर यूपी की यह उपलब्धि सिर्फ आंकड़ों की जीत नहीं है, बल्कि राज्य की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की गवाही है। बढ़ती मांग के बावजूद बिजली आपूर्ति में स्थिरता यह दिखाती है कि यूपी अब ऊर्जा उत्पादन और प्रबंधन दोनों में आत्मविश्वासी बन चुका है।
ऊर्जा विशेषज्ञों का कहना है कि “यह रिकॉर्ड आने वाले समय में औद्योगिक निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ के लिए शुभ संकेत” है।









