वाराणसी, 04 नवम्बर 2025 (मंगलवार) – गंगा की पवित्र धारा के साथ बहती श्रद्धा, घाटों पर सजी दीपों की अनगिनत कतारें, और आसमान में छिटकती रोशनी की सतरंगी बौछार—जी हां, देव दीपावली 2025 के इस अनोखे संगम में काशी एक बार फिर आध्यात्मिकता, आधुनिक तकनीक और प्रकृति-मित्र आस्था का प्रतीक बनने जा रही है।
देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं का हुजूम पहले ही काशी में उमड़ पड़ा है। गंगा किनारे के ऐतिहासिक घाट, मानो किसी वधू-सज्जा की तरह सुसज्जित हो चुके हैं। और इस बार की सबसे बड़ी आकर्षण—Green Crackers से सजी 10 मिनट की कोरियोग्राफ फायरवर्क्स प्रस्तुति—लोगों के दिलों में छाप छोड़ने के लिए तैयार है।
200 मीटर ऊंचाई तक गूंजेगा रंगबिरंगा उत्सव
ठीक रात 8 बजे से, श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के सामने, गंगा पार की रेतीली सतह पर कोरियोग्राफ्ड और सिंक्रोनाइज्ड Green Crackers का शो आरंभ होगा।
एक हजार फीट लंबे स्ट्रेच पर स्थापित विशेष फायर सेटअप से आतिशबाजी की हर किरण गगन में 200 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचेगी। इन फायरवर्क्स की चमक गंगा की लहरों, घाटों और आस-पास के विस्तृत क्षेत्र को एक नई रोशनी में नहला देगी।
इतना ही नहीं—हर-हर शंभू, शिव तांडव, हे शिवा शिवा जैसे शिव भजनों की धुन पर रोशनी की लहरें थिरकेंगी, जबकि डमरुओं की गूंज वातावरण को भक्ति में डूबो देगी।
इस पूरे आयोजन को फायर वन फायरिंग सिस्टम नामक अत्याधुनिक तकनीक के तहत संचालित किया जाएगा, जो दर्शकों के लिए एक अनोखा ऑडियो-विजुअल अनुभव सुनिश्चित करेगा। इस आयोजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वीडियो लिंक के माध्यम से लाइव देखेंगे।
लेजर शो सजाएगा पूर्णिमा की रात
पूर्णिमा की उजली रात में लेजर शो की रंगीन किरणें गंगा के शांत जल पर ऐसे पड़ेंगी कि पूरा काशी किसी दिव्य लोक-सी प्रतीत होगी।
यह शो श्रद्धालुओं और पर्यटकों को न सिर्फ काशी की आध्यात्मिकता, बल्कि उसकी सांस्कृतिक समृद्धि की यादगार झलक भी देगा।
चेतसिंह घाट: ‘काशी कथा’ का भव्य 3D आयोजन
इसके साथ ही चेतसिंह घाट पर 25 मिनट का ‘काशी कथा’ थ्रीडी प्रोजेक्शन और लेजर शो तीन बार प्रस्तुत किया जाएगा – रात 8:15, 9:00 और 9:35 बजे।
इस शो में शंखनाद और डमरू की गूंज से शुरुआत होगी। फिर दर्शक देखेंगे— भगवान शिव-पार्वती का विवाह, भगवान विष्णु की चक्र पुष्करिणी, भगवान बुद्ध का धर्मोपदेश, संत कबीर और गोस्वामी तुलसीदास की भक्ति धारा, और महामना मालवीय द्वारा काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना जैसी ऐतिहासिक झलकियां।
यह शो दर्शकों को सदियों की इस पावन नगरी की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू कराएगा।
काशी की देव दीपावली—जहां दीप केवल जलते नहीं, बल्कि भावनाओं, स्मृतियों और अपार भक्ति के साथ एक अद्भुत सांस्कृतिक विरासत को रोशन करते हैं। इस वर्ष का मुख्य आकर्षण, पर्यावरण-अनुकूल Green Crackers के साथ देव दीपावली, आधुनिकता और परंपरा के संतुलित उत्सव का एक बेहतरीन उदाहरण है।









