नई दिल्ली (शुक्रवार, 24 अक्टूबर 2025) — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की ताकत उसके युवा हैं और उनकी सशक्त भागीदारी ही देश को ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य तक पहुंचा सकती है। उन्होंने शुक्रवार को राजधानी में आयोजित 17वें रोजगार मेले के दौरान 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र (appointment letters) सौंपे। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए इस कार्यक्रम से जुड़े और अपने संबोधन में कहा कि “युवा वर्ग का सशक्तिकरण, हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
मोदी ने कहा कि भारत आज न केवल रोजगार सृजन के लिए नए अवसर बना रहा है, बल्कि वैश्विक निवेश को आकर्षित करने में भी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि भारत ने कई यूरोपीय देशों के साथ निवेश साझेदारियां की हैं, जिससे हजारों नए रोजगार अवसर खुले हैं।
उन्होंने आगे कहा, “हमने ब्राजील, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और कनाडा जैसे देशों के साथ समझौते किए हैं ताकि स्टार्ट-अप्स और MSME सेक्टर को मजबूती दी जा सके। ये साझेदारियां न सिर्फ हमारे निर्यात को बढ़ावा देंगी, बल्कि युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट और रोजगार के नए रास्ते भी खोलेंगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विदेश नीति अब युवाओं के हितों को केंद्र में रखकर बनाई जा रही है — “हमारे कूटनीतिक और वैश्विक समझौते युवाओं की ट्रेनिंग और रोजगार पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।” उन्होंने बताया कि देश में जीएसटी और अन्य आर्थिक सुधारों ने बिजनेस माहौल को सरल बनाया है, जिससे नए निवेश और रोजगार दोनों में तेजी आई है।
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि रोजगार मेलों के ज़रिए अब तक 11 लाख से ज्यादा नियुक्ति पत्र देशभर में वितरित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा सिर्फ एक संख्या नहीं है, बल्कि उन लाखों परिवारों की उम्मीदों का प्रतीक है जिनके जीवन में स्थायित्व और सम्मानजनक रोजगार के अवसर आए हैं।
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे इस अवसर को केवल नौकरी पाने के रूप में न देखें, बल्कि इसे ‘राष्ट्र निर्माण में भागीदारी’ की दिशा में एक कदम मानें। “आज का भारत अवसरों का भारत है। हमें अपने कौशल और आत्मविश्वास से दुनिया को दिखाना है कि भारत के युवा हर चुनौती को अवसर में बदल सकते हैं।”









