नई दिल्ली (22 अक्टूबर 2025, बुधवार) — दिवाली के दो दिन बाद भी दिल्ली-एनसीआर की हवा में जहर घुला हुआ है। पूरे क्षेत्र में Delhi AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। कई इलाकों में दृश्यता घट गई है और लोगों को आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली का औसत AQI 345 से 380 के बीच बना हुआ है। राजधानी के आरके पुरम में AQI 380, जबकि इंडिया गेट, आईटीओ और अक्षरधाम जैसे इलाकों में यह 360 से ऊपर दर्ज किया गया — जो कि “Very Poor” श्रेणी में आता है।
Delhi AQI: दिवाली के बाद स्मॉग और धुंध ने बढ़ाई चिंता
दिवाली के बाद पटाखों के धुएं और मौसमी कारकों ने स्मॉग की परत को और घना कर दिया है। सुबह के वक्त कर्तव्यपथ, राजपथ और लोधी रोड पर मॉर्निंग वॉक करने वालों को दृश्यता कम होने और हवा में भारीपन महसूस हुआ।
स्थानीय निवासी शैलेंद्र रे ने कहा,
“हर साल दिवाली के बाद हवा खराब होती है। इस बार भी स्थिति वैसी ही है। सुबह-सुबह दृश्यता कम थी, लेकिन अभी सांस लेने में उतनी दिक्कत नहीं है। फिर भी यह चिंता का विषय है।”
एनसीआर में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल
दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के कई हिस्सों में भी वायु गुणवत्ता बिगड़ी हुई है।
- गाजियाबाद: 324 AQI
- नोएडा: 320 AQI
- हापुड़: 314 AQI
- गुरुग्राम: 370 AQI
- रोहतक: 376 AQI
- नारनौल (हरियाणा): 390 AQI
- भिवाड़ी (राजस्थान): 364 AQI
इन सभी शहरों की हवा “बहुत खराब” से “गंभीर” श्रेणी में है, जो सांस संबंधी बीमारियों के लिए खतरा पैदा कर रही है।
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा- ‘सुधार दिख रहा है, पर लड़ाई अभी बाकी’
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिवाली के अगले दिन की तुलना में प्रदूषण के आंकड़ों में कुछ सुधार देखा गया है।
“अगर हम पिछली सरकारों के समय के आंकड़ों से तुलना करें, तो अब एक्यूआई में मामूली कमी आई है। हालांकि पटाखे फोड़े गए, लेकिन दिवाली के बाद का अंतर कम हुआ है, जो संकेत देता है कि प्रयास असर दिखा रहे हैं। सरकार दिल्ली के लिए हर संभव कदम उठा रही है।”
GRAP-2 लागू: वायु प्रदूषण रोकने को सख्त कदम
दिल्ली में GRAP-2 (Graded Response Action Plan) लागू है। इस चरण के तहत—
- निर्माण और ध्वस्तीकरण कार्यों पर कड़ा नियंत्रण,
- सड़क की धूल हटाने के लिए मेकेनिकल स्वीपिंग,
- डीज़ल जनरेटरों के उपयोग पर आंशिक रोक,
- सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने जैसे उपाय किए जा रहे हैं।
GRAP-2 का लक्ष्य वायु प्रदूषण के स्तर को “गंभीर” श्रेणी तक पहुंचने से पहले रोकना है।
प्रदूषण से राहत की संभावना फिलहाल कम
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले कुछ दिनों तक Delhi AQI में सुधार की संभावना बेहद कम है। हवा की गति धीमी है और तापमान गिरने के साथ धुंध की परत और घनी हो सकती है।
वाहनों का धुआं, पराली जलाना और निर्माण धूल जैसे कारण प्रदूषण को और बढ़ा रहे हैं, जिससे राजधानी के लगभग दो करोड़ से अधिक लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है।
AQI की श्रेणियां: हवा कितनी खराब, ऐसे समझें
| श्रेणी | AQI सीमा | स्थिति |
|---|---|---|
| अच्छा | 0–50 | स्वास्थ्य के लिए उत्तम |
| संतोषजनक | 51–100 | सामान्य प्रभाव |
| मध्यम प्रदूषित | 101–200 | संवेदनशील लोगों को असर |
| खराब | 201–300 | सांस व आंखों में परेशानी |
| बहुत खराब | 301–400 | गंभीर स्वास्थ्य जोखिम |
| गंभीर | 401–500 | आपात स्थिति जैसी स्थिति |
नता के लिए सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों को सुबह की बाहरी गतिविधियों को सीमित करने, एन95 मास्क पहनने, और घर में एयर प्यूरिफायर के उपयोग की सलाह दी है। साथ ही बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण से बचाव के लिए घर में रहने की अपील की गई है।










